मैड मैक्स 1 |
फिल्म की कहानी भविष्य की है ,जब पेट्रोल के लिए खूनखराबा आम बात हो चुकी है !
कई स्ट्रीट गैंग्स पेट्रोल की खातिर हाईवेस पर आये दिन खूनखराबा करते रहते है !
कानून कमजोर है ,
किन्तु कुछ लोग अब भी इस दुनिया को बेहतर बनाने की और प्रयासरत है जिनमें से एक है
‘’सार्जेंट मैक्स’’( मेल गिब्सन ) और सार्जेंट ‘गुश ‘’ एक झडप के दौरान 'सार्जेंट गुश' स्ट्रीट
गैंग के सदस्य ‘नाईट राइडर ‘ को मार गिराता है ,
कई स्ट्रीट गैंग्स पेट्रोल की खातिर हाईवेस पर आये दिन खूनखराबा करते रहते है !
कानून कमजोर है ,
किन्तु कुछ लोग अब भी इस दुनिया को बेहतर बनाने की और प्रयासरत है जिनमें से एक है
‘’सार्जेंट मैक्स’’( मेल गिब्सन ) और सार्जेंट ‘गुश ‘’ एक झडप के दौरान 'सार्जेंट गुश' स्ट्रीट
गैंग के सदस्य ‘नाईट राइडर ‘ को मार गिराता है ,
जिस
वजह स्ट्रीट गैंग बदले के रूप में गुश को भी मार देते है !
मैकश इस घटना से विचलित हो जाता है और त्यागपत्र देने की कोशिश करता है !
किन्तु चीफ उसे कुछ दिन की छुट्टी लेने के बाद इस पर विचार करने को कहते है .
अब मैक्स अवकाश का पूरा आनन्द अपने परिवार के साथ उठाना चाहता
है,मैकश इस घटना से विचलित हो जाता है और त्यागपत्र देने की कोशिश करता है !
किन्तु चीफ उसे कुछ दिन की छुट्टी लेने के बाद इस पर विचार करने को कहते है .
जिसमे उसकी बीवी
और बच्चा शामिल है ! मैक्स अपने परिवार से बेइंतिहा प्यार करता है !
किन्तु स्ट्रीट गैंग की नजर उसके परिवार पर पड़ती है और मैक्स की अनुपस्थिति में गैंग
के हाथो मैक्स की पत्नी एवं बच्चो की हत्या हो जाती है .
जिससे मैक्स अपना मानसिक संतुलन लगभग खो देता है !
और निकल पड़ता है हाईवेस की
गश्त पर स्ट्रीट गैंग की तलाश में ,
क्या मैक्स अपना बदला लेने में कामयाब होता है ? यही अगला हिस्सा है कहानी का .
मेल गिब्सन की इमेज एक एक्शन स्टार के रूप में बनी हुयी है !
गश्त पर स्ट्रीट गैंग की तलाश में ,
क्या मैक्स अपना बदला लेने में कामयाब होता है ? यही अगला हिस्सा है कहानी का .
मेल गिब्सन की इमेज एक एक्शन स्टार के रूप में बनी हुयी है !
जिनकी फिल्मे इस बात को साबित करती है ,
यह अस्सी की दशक की फिल्म है ,उस लिहाज से यदि तकनिकी स्तर देखा जाये तो
यह अस्सी की दशक की फिल्म है ,उस लिहाज से यदि तकनिकी स्तर देखा जाये तो
आज के मुकाबले बचकाने लगेंगे
किन्तु यदि उस समय के हिसाब से देखे तो यह बढ़िया एक्शन फिल्म है !
जिसे क्लासिक एक्शन फिल्मो के शौक़ीन अवश्य देखना चाहेंगे ,
किन्तु यदि उस समय के हिसाब से देखे तो यह बढ़िया एक्शन फिल्म है !
जिसे क्लासिक एक्शन फिल्मो के शौक़ीन अवश्य देखना चाहेंगे ,
सडको पर चेजिंग के दृश्य बढ़िया बन पड़े
है ,
फिल्माकन में कई जगह बेवजह दृश्य भी डाले गए है जो फिल्म की
लम्बाई बढाने का प्रयास नजर आता है , फिल्म कुछ धीमी जरुर है .
फिल्माकन में कई जगह बेवजह दृश्य भी डाले गए है जो फिल्म की
लम्बाई बढाने का
मैड मैक्स 2 |
मैड मैक्स 2
फिल्म की कहानी शुरू होती है मैक्स ( मेल गिब्सन ) के सफ़र से,
जिस दौरान उसे एक जगह के बारे में पता चलता है ,जहा पेट्रोल का भंडार है ,जब पेट्रोल के लिए खूनखराबा आम बात हो चुकी है ,कई स्ट्रीट गैंग्स पेट्रोल की
खातिर हाईवेस पर आये दिन खूनखराबा करते रहते है ! कानून कमजोर है )
मैक्स की नजर अब इस पेट्रोल के भंडार पर है ,किन्तु मैक्स अकेला नहीं है जिसकी नजर इस पर है !
एक खूंखार और पागल लोगो कास्ट्रीट गैंग भी अपनी गिद्ध दृष्टि इस भंडार पर जमाये हुए है !
पेट्रोल के भंडार को कुछ लोगो के कबिले ने सुरक्षित कर रखा है जो वहा रहते है !
स्ट्रीट गैंग्स इस पर कब्जा करने की कोशिश में कई बार मुंह की खा चुके है !
नुक्सान दोनों पक्षों का होता रहता है , कबीला इन स्ट्रीट गैंग्स से छुटकारा चाहता है
क्योकि वे इनसे लड़ने में असमर्थ है !
एक घटना के करण मैक्स इस कबिले से जा टकराता है
और इनकी मदद करने की ठानता है ,
फिर वह योजना बनाता है इस पेट्रोल के भंडार को यहाँ से हटाने की !
जिसमे कई मुश्किलें है ,किन्तु मैक्स अपने जान की बाजी लगाने को तैयार है ,
तब होता है स्ट्रीट गैंग और मैक्स का आमना सामना ,जिसमे मैक्स बुरी तरह घायल हो जाता है ,
इसके बावजूद वह काबिले वालो की कुर्बानी और अपने साहस के बल पर आखिरकार
जीत हासिल करता है .
फिल्म का द्वितीय भाग प्रथम भाग की अपेक्षा बेहतर बन पड़ा है !
और रफ़्तार भी पहले की मुकाबले ठीक ही है ,
एक्शन का स्तर भी दो कदम आगे ही है ,खासकर क्लाईमेक्स की चेजिंग के दृश्य !
काफी लोमहर्षक बन पड़े है , मैक्स बने मेल गिब्सन पूरी फिल्म में उलझे से नजर आये है जो के उनके किरदार के अनुरूप ही है !
एक्शन के शौकिनो के लिए यह एक क्लासिक है जिसे अवश्य देखना पसंद करेंगे ,
किन्तु तभी ,जब वे इस फिल्म को अस्सी के दशक के हिसाब से देखे !
यदि आप आज की फिल्मो से तुलना करेंगे तो फिल्म आपके लिए बेमानी है .
देवेन पाण्डेय
फिल्म की कहानी शुरू होती है मैक्स ( मेल गिब्सन ) के सफ़र से,
जिस दौरान उसे एक जगह के बारे में पता चलता है ,जहा पेट्रोल का भंडार है ,जब पेट्रोल के लिए खूनखराबा आम बात हो चुकी है ,कई स्ट्रीट गैंग्स पेट्रोल की
खातिर हाईवेस पर आये दिन खूनखराबा करते रहते है ! कानून कमजोर है )
मैक्स की नजर अब इस पेट्रोल के भंडार पर है ,किन्तु मैक्स अकेला नहीं है जिसकी नजर इस पर है !
एक खूंखार और पागल लोगो कास्ट्रीट गैंग भी अपनी गिद्ध दृष्टि इस भंडार पर जमाये हुए है !
पेट्रोल के भंडार को कुछ लोगो के कबिले ने सुरक्षित कर रखा है जो वहा रहते है !
स्ट्रीट गैंग्स इस पर कब्जा करने की कोशिश में कई बार मुंह की खा चुके है !
नुक्सान दोनों पक्षों का होता रहता है , कबीला इन स्ट्रीट गैंग्स से छुटकारा चाहता है
क्योकि वे इनसे लड़ने में असमर्थ है !
एक घटना के करण मैक्स इस कबिले से जा टकराता है
और इनकी मदद करने की ठानता है ,
फिर वह योजना बनाता है इस पेट्रोल के भंडार को यहाँ से हटाने की !
जिसमे कई मुश्किलें है ,किन्तु मैक्स अपने जान की बाजी लगाने को तैयार है ,
तब होता है स्ट्रीट गैंग और मैक्स का आमना सामना ,जिसमे मैक्स बुरी तरह घायल हो जाता है ,
इसके बावजूद वह काबिले वालो की कुर्बानी और अपने साहस के बल पर आखिरकार
जीत हासिल करता है .
फिल्म का द्वितीय भाग प्रथम भाग की अपेक्षा बेहतर बन पड़ा है !
और रफ़्तार भी पहले की मुकाबले ठीक ही है ,
एक्शन का स्तर भी दो कदम आगे ही है ,खासकर क्लाईमेक्स की चेजिंग के दृश्य !
काफी लोमहर्षक बन पड़े है , मैक्स बने मेल गिब्सन पूरी फिल्म में उलझे से नजर आये है जो के उनके किरदार के अनुरूप ही है !
एक्शन के शौकिनो के लिए यह एक क्लासिक है जिसे अवश्य देखना पसंद करेंगे ,
किन्तु तभी ,जब वे इस फिल्म को अस्सी के दशक के हिसाब से देखे !
यदि आप आज की फिल्मो से तुलना करेंगे तो फिल्म आपके लिए बेमानी है .
देवेन पाण्डेय
maine kafi pahle ye movie dekhi thi jab bindass ka hinglish movie channel start hua tha, ek alag he duniya me le jati hai ye film aapko par third film ka end samjh me nahi aaya hota kya hai, max kahi pahuch jata hai shayad waha duniya ka end hota hai,
जवाब देंहटाएंआपके लिए खुशखबरी ! इसका चौथा भाग अगले साल रिलीज होनेवाला है ,प्रोमो यूट्यूब पर आ चुका है .
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