दिल्ली में पहला दिनपिछली पोस्ट में जिक्र था के किस तरह से मुंबई से दिल्ली
आने की योजना पर ग्रहण लगा किन्तु फिर भी हम पहुँच ही गए
बातें,किताबें,मुलाकातें भाग l
हम इवेंट हॉल का जायजा लेने पहुंचे
अब चूँकि आदित्य जी से
मिल चुके थे, उनकी गर्मजोशी और अपनापन भी देख चुके थे। तो दिल से अब संकोच भी
समाप्त हो गया। मिथिलेश जी ने अमित श्रीवास्तव और अभिराज भाई से परिचय कराया।
मिथिलेश ने कहा भी के जैकेट पहन लीजिये ठंड बहुत है। किन्तु मैंने मना कर दिया,
उपर से उन्होंने मुझे सैंडल पहने देख लिया।
सभी ने एक साथ तस्वीरे ली |
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